मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले में भी है बलात्कारी

बलात्कारियों के खिलाफ तेलंगाना पुलिस की कार्यवाही से मध्य प्रदेश पुलिस को सबक लेना चाहिए, 



मध्य प्रदेश देश में सर्वाधिक बलात्कार एवं नारी उत्पीड़न वाला राज्य बन गया है मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में तो पुलिस एवं राजनीतिक बलात्कारियों को संरक्षण दे रहे है,  बहेला पुलिस थाने के बोर्डी ग्राम में दलित स्कूली छात्रा से गैंगरेप के पश्चात उसकी दर्दनाक हत्या में सभी आरोपी पुलिस के कमजोर केस बनाने से छूट गए,  विवेचना करने वाले किसी भी पुलिस अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही नहीं की गई तथा राज्य सरकार आरोपियों के विरुद्ध अपील में नहीं गई, 
महिला थाने के ग्राम सहकी में 13 वर्षीय छठवीं क्लास की आदिवासी स्कूली छात्रा से गैंगरेप किया गया स्कूली छात्रा ने गर्भवती होकर बच्चे को जन्म दिया बच्चा अभी ग्राम कालीमाटी  की स्कूली शिक्षिका ने गोद लिया,  बच्चे का पालन पोषण स्कूल शिक्षिका द्वारा किया जा रहा है इसमें सभी आरोपी कांग्रेसी कार्यकर्ता है तथा स्थानीय महिला कांग्रेसी नेता एवं कांग्रेस सरकार के संरक्षण में आरोपी नहीं पकड़े जा रहे हैं, 
 लालबर्रा पुलिस थाने के ग्राम कंजई मे  14 वर्षीय युवती को उसी के घर में उसकी बहन और जीजा के सामने रेप कर तीनों की सामूहिक हत्या कर दी गई, वर्ष 2013-14 में हुई इस घटना में अपराधियों को पूर्व मंत्री  एवं स्थानीय विधायक के दबाव में पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है, इन सभी मामलों में डीजीपी, आईजी एवं एसपी स्तर के अधिकारियों ने जांच में रुचि नहीं ली, चुंकि सभी पीड़ित परिवार गरीब और कमजोर है इस मामले में लगता है अब भारत की जनता को  सड़कों पर आना पड़ेगा पड़ेगा सड़कों पर आना पड़ेगा...


 मध्य प्रदेश  की सबसे शर्मनाक घटना माननीय मुख्यमंत्री के छिंदवाड़ा जिले के जुन्नारदेव में शासकीय कन्या परिसर में दसवीं कक्षा की नाबालिक आदिवासी छात्रा ने बच्चे को जन्म दिया,  नाबालिग आदिवासी छात्रा से बलात्कार करने वाले और उसे गर्भवती करने वाले आरोपी को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया,  मध्य प्रदेश सरकार को एवं माननीय मुख्यमंत्री को इस घटना के लिए मध्यप्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए.